उत्तर प्रदेश के एक गाँव के किनारे, घने पीपल और बरगद के जंगलों के बीच एक जर्जर हवेली खड़ी थी। लोग उसे “ चौधराइन हवेली ” कहते थे। दिन में भी वहाँ सन्ना…
नयी कहानियाँसूरज धीरे-धीरे अपने अस्त होने की ओर बढ़ रहा था, और मुंबई से पुणे की हाईवे पर सुनहरी-नारंगी रोशनी सड़क और पेड़ों पर फैली थी, जैसे दुनिया किसी अजीब आग …
नयी कहानियाँघना जंगल चारों ओर फैला था। पुराने साल और पीपल के पेड़ों की छाया ने चाँदनी को पूरी तरह निगल लिया था। कहीं-कहीं तनों पर सूखे खून जैसे काले धब्बे फैले थ…
नयी कहानियाँअमिता एक इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट थी, जो अजीब और असाधारण घटनाओं में गहरे घुसने के लिए जानी जाती थी। उसे हमेशा ऐसे रहस्यों की तलाश रहती थी, जो आम लोगों…
नयी कहानियाँराजस्थान के झुंझुनू ज़िले में एक सौ साल पुरानी हवेली थी— सिसु हवेली। कभी इसमें शान-ओ-शौकत थी, मेहमानों का तांता लगा रहता था, महफ़िलें सजती थीं। लेकिन…
नयी कहानियाँपतझड़ हमेशा से अवनी का सबसे पसंदीदा मौसम रहा। ठंडी हवा, पेड़ों की सुनहरी और लाल रंग की चादर, और गिरते पत्तों की खनक उसे अजीब सा सुकून देती थी। लेकिन …
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